सायटिका क्या होता है? (Sciatica Meaning in Hindi)

An older man sits on the edge of his bed, clutching his lower back with a painful expression. The scene suggests severe lower back pain, possibly due to sciatica or a spinal issue. A plant and soft lighting create a calm indoor environment.

पीठ के निचले हिस्से में तेज दर्द से परेशान वृद्ध व्यक्ति, बिस्तर पर बैठकर कमर पकड़ते हुए।

सायटिका (Sciatica) एक ऐसी स्थिति है जिसमें कमर से लेकर पैरों तक जाने वाली नस, जिसे सायटिक नर्व कहा जाता है, दब जाती है या उसमें जलन हो जाती है। इसका परिणाम तेज दर्द, सुन्नपन, झनझनाहट या कमजोरी के रूप में महसूस होता है।

भारत में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है और अक्सर लोग इसे सिर्फ back pain समझकर नजरअंदाज़ करते हैं, जबकि इसकी जड़ कहीं गहरी होती है।

यदि आप sciatica meaning Hindi या back pain reason in Hindi खोज रहे हैं, तो यह लेख आपको सरल भाषा में पूरी जानकारी देगा।

सायटिका का मतलब क्या होता है? (Sciatica Meaning Hindi)

सायटिका एक दर्द है जो सायटिक नर्व के प्रभावित होने से होता है। यह नस मानव शरीर की सबसे लंबी नस होती है, जो:

  • निचली कमर (Lower Back)
  • कूल्हों (Hips)
  • जांघों (Thighs)
  • पिंडलियों (Calves)
  • पैरों (Feet)

तक जाती है।

जब यह नस दबती है या सूज जाती है, तो दर्द पूरे मार्ग में फैलता है।

इसका मुख्य लक्षण यह है कि दर्द एक पैर में अधिक महसूस होता है, दोनों पैरों में कम।

सायटिका दर्द कैसा लगता है?

सायटिका का दर्द हर व्यक्ति में अलग हो सकता है, जैसे:

  • तीखा, चुभन जैसा दर्द
  • बिजली के झटके जैसा दर्द
  • पैरों में झनझनाहट
  • सुन्नपन
  • पैरों में कमजोरी
  • चलने, झुकने या उठने में कठिनाई

बहुत से लोग इसे leg pain या hip pain समझ लेते हैं, जबकि कारण नस का दबना होता है।

सायटिका होने के मुख्य कारण (Sciatica Causes in Hindi)

यदि आप back pain reason in Hindi खोज रहे हैं, तो सायटिका उसके प्रमुख कारणों में से एक है।

A middle-aged man sits on a couch, twisting slightly as he holds his lower back in pain. A glowing red highlight on his back visually emphasizes the area of discomfort, suggesting sciatica, lumbar strain, or nerve irritation. The room is bright with indoor plants and shelves in the background.

सोफे पर बैठे व्यक्ति के निचले पीठ में तेज दर्द, लाल चमक से समस्या का स्थान दर्शाया गया है।

1. स्लिप डिस्क (Slip Disc)

जब कमर की हड्डियों के बीच का डिस्क बाहर की ओर खिसक जाता है और नस पर दबाव डालता है।

2. स्पाइनल कैनाल का संकरा होना (Spinal Stenosis)

उम्र बढ़ने पर रीढ़ की हड्डी की जगह संकरी हो जाती है, जिससे नस दबने लगती है।

3. मांसपेशियों में तनाव (Muscle Spasm)

कूल्हों और कमर की मांसपेशियां अत्यधिक सख्त हो जाएं तो सायटिक नर्व पर दबाव पड़ सकता है।

4. प्रोलैप्स्ड डिस्क

जेल जैसा पदार्थ नस को छूकर दर्द पैदा करता है।

5. चोट या दुर्घटना

कमर पर जोरदार चोट भी सायटिक नर्व को प्रभावित कर सकती है।

6. Piriformis Syndrome

जब कूल्हे की एक छोटी मांसपेशी सायटिक नर्व को दबा देती है।

सायटिका के लक्षण (Sciatica Symptoms in Hindi)

सायटिका के कुछ सामान्य लक्षण:

  • कमर से पैर तक दर्द
  • एक पैर में ज्यादा दर्द
  • बैठने पर दर्द बढ़ना
  • पैरों में जलन
  • लंबे समय तक चलने में दिक्कत
  • पैर उठाने में कठिनाई

सायटिका और सामान्य बैक पेन में अंतर

बहुत लोग सामान्य कमरदर्द को सायटिका समझ लेते हैं।

नीचे दोनों का अंतर समझें:

सामान्य बैक पेन

  1. दर्द सिर्फ कमर में
  2. मांसपेशियों की कमजोरी या गलत पोज़िशन

सायटिका

  1. दर्द कमर से पैर तक जाता है
  2. नस दबने के कारण होता है
  3. झनझनाहट और सुन्नपन साथ होता है

सायटिका का इलाज कैसे होता है? (Sciatica Treatment in Hindi)

A digital 3D anatomical illustration of a human figure viewed from behind, highlighting the spine. Bright red areas along the lower spine indicate inflammation or nerve compression, commonly seen in sciatica or lumbar pain conditions.

मानव रीढ़ की 3D छवि जिसमें कमर के निचले हिस्से में सूजन और दर्द को दर्शाया गया है।

सायटिका का इलाज उसके कारण पर निर्भर करता है।

सही निदान के लिए डॉक्टर द्वारा एक्स-रे, MRI आदि करवाया जा सकता है।

1. दवाइयां

  • दर्द कम करने की दवा
  • नसों को आराम देने वाली दवा
  • Anti-inflammatory दवाइयाँ

2. फिजियोथेरेपी

सायटिका में फिजियोथेरेपी सबसे प्रभावी उपचारों में से एक है।

इसमें शामिल हैं:

  • Stretching exercises
  • Strengthening exercises
  • Heat & cold therapy
  • Posture correction

3. एक्सरसाइज

कुछ विशेष व्यायाम जैसे:

  • Knee-to-chest stretch
  • Piriformis stretch
  • Hamstring stretch
  • Cobra stretch

डॉक्टर की सलाह से करने पर दर्द में राहत मिलती है।

4. इंजेक्शन

Severe pain होने पर doctor नस के आसपास anti-inflammatory injections दे सकते हैं।

5. सर्जरी

बहुत कम मामलों में, जब नस पर दबाव बहुत अधिक हो और दर्द महीनों तक न रुके, तब सर्जरी की जरूरत पड़ती है।

सायटिका से बचाव कैसे करें? (Sciatica Prevention in Hindi)

1. सही तरीके से बैठें

झुककर बैठने से कमर पर अधिक दबाव पड़ता है।

2. रोज 30 मिनट वॉक करें

रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।

3. वजन नियंत्रित रखें

अधिक वजन कमर पर दबाव डालता है।

4. नियमित stretching

कमर और पैरों की लचीलेपन में सुधार होता है।

5. भारी चीजें उठाते समय सावधानी

गलत तरीके से वजन उठाना सायटिका का प्रमुख कारण है।

कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए?

  • दर्द 1–2 सप्ताह से अधिक बना रहे
  • पैर सुन्न हो जाए
  • चलते समय पैर कमजोर लगे
  • पेशाब या मल त्याग में कठिनाई
  • रात में दर्द बढ़ जाए

ये संकेत हैं कि नर्व पर दबाव गंभीर है, और तुरंत उपचार जरूरी है।

डॉक्टर अंकुर सिंह की सलाह

सायटिका का उपचार जितनी जल्दी शुरू किया जाए, उतना ही जल्दी राहत मिलती है।

यदि आपको कमर से पैर तक फैलता हुआ दर्द हो रहा है, तो इसे सामान्य बैक पेन समझकर अनदेखा न करें—सही जांच और उपचार बेहद जरूरी है।

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