
घर पर कमर दर्द से परेशान महिला लोअर बैक पेन महसूस करती हुई
आज के समय में पीठ दर्द लगभग हर दूसरे व्यक्ति की समस्या बन चुका है। कोई इसे सामान्य थकान समझकर नजरअंदाज करता है, तो कोई इसे साइटिका मान लेता है। लेकिन सच यह है कि हर पीठ दर्द साइटिका नहीं होता, और साइटिका सिर्फ पीठ तक सीमित भी नहीं रहता।
इस ब्लॉग में हम आसान और बातचीत वाली भाषा में समझेंगे कि पीठ दर्द और साइटिका में क्या अंतर है, इनके लक्षण क्या हैं और सही इलाज कैसे किया जाता है।
पीठ दर्द आमतौर पर कमर या पीठ के निचले हिस्से में होने वाला दर्द होता है। यह अचानक भी हो सकता है और धीरे-धीरे भी बढ़ सकता है।
पीठ दर्द अक्सर आराम, एक्सरसाइज और दवाओं से ठीक हो जाता है।
साइटिका कोई बीमारी नहीं बल्कि एक नर्व से जुड़ी समस्या है। इसमें सायटिक नर्व दब जाती है, जो कमर से शुरू होकर पैर तक जाती है।

कमर के निचले हिस्से में तेज दर्द से परेशान व्यक्ति की पीठ की समस्या
पीठ दर्द आमतौर पर कमर तक सीमित रहता है, जबकि साइटिका में दर्द कमर से शुरू होकर नितंब, जांघ और पैर तक जाता है।
पीठ दर्द अक्सर भारीपन या खिंचाव जैसा होता है, जबकि साइटिका में जलन, झनझनाहट या बिजली के झटके जैसा दर्द महसूस हो सकता है।
साइटिका में पैर में सुन्नपन या कमजोरी हो सकती है, जो साधारण पीठ दर्द में नहीं होती।
अगर पीठ दर्द के साथ
पैर में झनझनाहट
सुन्नपन
चलने में दिक्कत
दर्द कई हफ्तों तक बना रहे
तो यह साइटिका हो सकता है और डॉक्टर से जांच जरूरी है।

ऑफिस में लंबे समय तक बैठने से कमर दर्द से जूझता व्यक्ति
सही एक्सरसाइज रीढ़ को मजबूत बनाती है और नर्व पर दबाव कम करती है।
अगर दर्द ज्यादा हो या लंबे समय तक ठीक न हो, तो इंजेक्शन या सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
पीठ दर्द और साइटिका को एक जैसा समझना एक आम गलती है। सही फर्क समझकर ही सही इलाज संभव है। अगर दर्द लगातार बना हुआ है या पैर तक फैल रहा है, तो इसे नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है। समय पर जांच और सही इलाज से बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है।
अगर आप लंबे समय से पीठ दर्द या साइटिका से परेशान हैं, तो Dr. Ankur Singh, एक अनुभवी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर, से परामर्श लेकर सही निदान और प्रभावी इलाज पाएं।